छोडिए बहाने और कीजिए नियमित एक्सर्साइज
एक्सर्साइज को किसी काम की तरह नहीं, बल्कि ऎसे देखें कि कुछ समय आप अपने लिए निकाल रहे हैं और मस्ती करने घर से बाहर जा रहे हैं। छोटे-छोटे लक्ष्यों को पूरा करने के बाद अंदर से खुश महसूस करें। मसलन सीढियां चढने पर अगर आपको थकान नहीं हुई तो आपको इस पर खुद की पीठ थपथपानी चाहिए। इसी तरह किसी दिन थोडी सी ज्यादा जॉगिंग करने पर अगर आपकी सांस नहीं फूल रही है और आप खुद को फिट महसूस कर रहे हैं तो आपको इसे एक उपलब्धि मानकर इस पर भी खुश होना चाहिए। अपने बारे में बेहतर महसूस करना आपको एक्सर्साइज करने की प्रेरणा देगा।