अनदेखा न करें अनियमित मासिक को
वजह
महिलाओं में अनियमित मासिकधर्म होने की बात है, तो उसके मुख्य कारण गर्भाशय में समस्या, फाइब्रौयड्स, हारमोनल समस्या, ओवरऎक्टिव थायराइड या हाइपरथारयराइडिज्म, किसी भी प्रकार का संक्रमण और पौलिस्स्टिक ओवेरियन सिंड्रोम पीसीओएस वर्गरह होते हैं।
किशारो युवतियों में तो अब अधिक वजन, भवनात्मक तनाव या समस्या और पीसीओएस के कारण इररैग्युलर पीरियड्स की समस्या आम होती जा रही है।
तनाव या माससिकधर्म की अनियमितता का सबसे आम कारण है। किशोरियों में पढाई, कैरियर और कई तरह के भावनात्मक दबाव से तनाव बढता है, जो इस समस्या की मूल वजह बनताहै। यदि आप थकान, चिंता, उत्तेजना महसूस करती हैं, तो इस से हारमोंस असंतुलित हो जाते हैं। जिससे आप मिस्ड पीरियड्स की समस्या का सामना कर सकती हैं।
खानपान असंतुलित, खानपान शरीर का वजन कम करना या मोटापा भी हारमोंस को प्रभावित करता है।
मेनोपौज
इसके होने के टाइम आप के हारमोन लैवल में बदलाव आता है, जो इररैग्युलर पीरियड्स के जरीए संकेत देता है।
कभीकभी गर्भनिरोधक गोलियों के लगातार सेवन से भी अनियमित पीरियड्स की समस्या शुरू हो जाती है। प्रोजेस्टेरौन हारमोन गर्भ नियंत्रण करने वाले हारमोनल तरीके भी पीरियड्स रोकने के ले जिम्मेदार होते हैं।