रात को जब नींद ना आये

रात को जब नींद ना आये

अनिद्रा रोग तीन प्रकार का माना जाता है- क्षणिक अनिद्रा, अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक। क्षणिक अनिद्रा वाले विकार में व्यक्ति रात को ठीक से सो नहीं पाता। यह समस्या दो-तीन रातों तक ही अपना असर दिखाती है। इस रोग से प्राय:व्यक्ति तभी ग्रस्त होता है जब उसे कोई बहुत बडी खुशी मिल गई हो या फिर तनाव, उत्तेजना, बीमारी एवं सोने के तरीकों, यहां तक कि बिस्तर आदि से भी। अल्पकालिक अनिद्रा के तहत यह रोग कुछ हद तक गंभीर कहा जा सकता है क्योंकि व्यक्ति लगातार दो-तीन सप्ताह तक ठीक से सो नहीं सकता। इस विकार के प्रमुख कारण व्यवसाय में बदलाव, तलाक, कोई गंभीर बात या बीमारी, आर्थिक परेशानी अथवा किसी प्रियजन की मृत्यु आदि होते हैं।