थोडा-सा रूमानी भी हो जाएं
यादों का पिटारा खोलें
उन दिनों को याद करने का, जब आप ने उन्हें पसंद किया था। उनका आपके कालेज में छिपतेपाते आना, पार्क में पेड के नीचे एकदूसरे की बांहों में समा जाना, घंटों मोबाइल पर बातें करना, एसएमएस करना, एकदूसरे से रूठना व मनाना। ऎसे रोमानी पलों का पिटारा खोल कर त्यौहार की शाम मदमस्त कर दें।