रेडियो में जाकर सवारें अपना करियर
प्रोड्यूसर या प्रोग्राम डायरेक्टर
प्रोग्रामिंग सेक्टर के दो अंग हैं। पहला प्रोड्यूसर और दूसरा रेडियो जॉकी। एफएम में जो भी आप सुनते हैं, वह इन दोनों का काम होता है। प्रोड्यूसर रेडियो जॉकी की जुबान को शब्द देता है। इसके अलावा, प्रोग्राम्स बनाने की जिम्मेदारी भी इनकी ही होती है।
एलिजिबिलिटी
मास कम्युनिकेशन या रेडियो प्रोडक्शन में डिग्री या डिप्लोमा।
लैंग्वेज की अच्छी नॉलेज, यूथ ओरिएंटेड वोकैब वाली लैंग्वेज की समझ, लाइफ को ईजी स्टाइल में प्रजेंट करना आता हो।