व्यस्त जीवन से बिगडता दांपत्य

व्यस्त जीवन से बिगडता दांपत्य

आज के वैवाहिक जीवन में कपल्स शौक, जरूरत और उन्नति के लिए जॉब को प्राथमिकता देने लगे हैं। उनको एक दूसरे के साथ के लिए बहुत कम समय मिलता है इस बचे हुए कम समय में भी टेंशन उनके बीच आ जाती है। आजकल कपल्स मैरिड लाइफ को ज्यादा महत्तव नहीं देते। थोडा बहुत समय देते हैं तो सिर्फ दैहिक संबंधों के लिए। लेकिन सिर्फ दैहिक संबंधों के सहारे वैवाहिक जीवन नहीं चलता।
वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए एक दूसरे से बातें करना, हंसना-बोलना, दिन भर के खुशी गम एक दूसरे के साथ बांटना बहुत जरूरी है। एक दूसरे को समय देना, साथी की भावनाओं को समझना वैवाहिक जीवन को सफल बनाने के लिए जरूरी है। आज के कपल्स के सामने आगे बढ़ने की समस्या प्रश्न बनकर खडी है और इस प्रश्न को हल करने की होड में वे अपनी निजी जिन्दगी को भुलाते जा रहे हैं। शारीरिक संबंध बनाते समय भी कपल्स मानसिक रूप से व्यस्त ही होतें हैं। इसी कारण वे इन नाजुक क्षणों का भी आनंद नहीं ले पाते।
एक दूसरे के साथ वक्त बिताने से वैवाहिक जीवन में कोमलता बनी रहती है। दिनभर की दौड धूप के बाद जब कपल्स घर आते हैं तो पाटर्नर को समय देने की जगह टी.वी पर कार्यक्रम देखने में व्यस्त हो जाते हैं। उन्हें समझना चाहिए कि टीवी पर आने वाले कार्यक्रम तो दोबारा रिपीट हो सकते हैं लेकिन यदि आपकी निजी जिंदगी एक बार हाथो से फिसल गई तो वह दोबारा हाथ नहीं आएगी। इसलिए दोनों एक दूसरे से बात करने के लिए समय निकालें। समय की कमी वैवाहिक जीवन को खराब कर सकती है।
आज के आधुनिक दौर में कैरियर स्त्री और पुरूष दोनों के लिए महत्तव रखता है। सबको उन्नति, तरक्की और पैसा प्यारा है। ये चीजें पहले भी महत्तव रखती थी लेकिन पहले कपल्स वैवाहिक जीवन को अधिक महत्तव देतेथे। आजकल कपल्स धन और उन्नति के पीछे भागते भागते आनी निजी जिंदगी को भूल गए हैं। कपल्स को लगता है कि आत्मनिर्भरता, पहचान और उन्नति जॉब से ही मिल सकती है। लेकिन यह सिर्फ उनका भ्रम है। वे भूल जाते हैं कि उन्नति, प्रगति, प्रमोशन, पैसा उनकों भौतिक रूप से संपन्नता तो दिला सकते हैं लेकिन जीवन का असली आनंद तो सुखद वैवाहिक जीवन से ही मिल सकता है।
उन्नति,पैसा आदि सब चीजें तो वैवाहिक जीवन को समृद्ध और सुविधाजनक बनाने के लिए होती हैं, एक दूसरें से दूर करने के लिए नहीं। पति-पत्नी के बीच काम की व्यस्तता, टी.वी के पसंदीदा प्रोग्राम, हॉबीज या अन्य कोई भी मनपसंद चीज नहीं आनी चाहिए क्योंकि सुखी वैवाहिक जीवन से ही जीवंतता मिलती है। जिससे आपको ऊर्जा मिलती है और आप एक दूसरे के करीब आएंगे। आप किसी के चहेते तभी बन सकते हैं जब आप उसको समय देंगे और उससे अधिक कीमती किसी भी चीज को नहीं समझते। इसलिए अपने वैवाहिक जीवन को महत्तव दें ओर उसे ढंग से निभाएं। शादी दिल का रिश्ता होता है और आप अपने पार्टनर का दिल तोडकर सुखी और सफल नहीं रह सकते।