बॉम्बे मेहंदी की बढता टे्रंड
फेस्टिव सीजन बिना मेहंदी के तो अधूरा ही रहता है आज के इस और फैशन के इस दौर में मेहंदी में भी नए ट्रेंड आ गए हैं। और अब तो हाथ के अलावा, गर्दन, पीठ और पैर पर भी मेहंदी लगाई जाने लगी है।
बारीक बॉम्बे मेहंदी
इन दिनों ट्रेंड में है बॉम्बे मेहंदी। इसका डिजाइन इतना बारीक होता है कि एक हाथ का डिजाइन बनवाने में तकरीबन 2 घंटे तक लग जाते हैं। डिजाइन की बात करें, तो इसमें ताजमहल, लाल किला, मकबरा, पेंटिंग वगैरह में हुई बारीक नक्काशी ट्रेंड में है। बॉम्बे मेहंदी में सुईं से भी बारीक डिजाइन की जाती है। इस डिजाइन में फोटो भी अच्छी आती हैं। यही वजह है ब्राइड्स में यह मेहंदी तेजी से पॉपुलर होती जा रही है। इसमें अपनी ड्रेस और जूलरी के अनुसार आपके हाथों पर मैच करते कलर्स से डिजाइन किया जाता है। महिलाएं एक दिन मेहंदी लगा लेती हैं और दूसरे दिन आकर उसकी गोल्डन और सिल्वर ग्लिटर से मिक्स एंड मैच करवा लेती हैं। गौरतलब है कि परफेक्ट टेक्सचर पाने के लिए कटी हुई भिंडी का पानी ले लें। उस पानी में मेहंदी को तकरीबन दो घंटे के लिए भिगो दें। इसे लगाएं। फिर देखिए मेहंदी कैसे खिलकर आती है।
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ज्वैल मेहंदी
ज्वैल मेहंदी सिल्वर या गोल्डन शेड लिए होती है। इस मेहंदी के ऊपर सलमे, सितारे, स्पार्कल, कलर्स, कुंदन और यहां तक कि कुछ लोग चांदी व सोना वगैरह भी यूज करते हैं। ज्वैल मेहंदी के डिजाइन ऎसे लगते हैं जैसे वाकई आपने जूलरी पहनी हुई हो। आमतौर पर महिलाएं इसे शादी और दूसरे फेस्टिवल में लगाना प्रिफर करती हैं। आप हैवी जूलरी की जगह ज्वैल मेहंदी के नेकलेस व बाजूबंद भी पहन सकती हैं। भावना बताती हैं कि इन दिनों महिलाएं ज्वैल मेहंदी में क़डे, चू़डा, हाथ फूल, करघनी, ब्रेसलेट व पाजेब भी डिजाइन करवा रही हैं। इसे लगाने के लिए हाथ पर स्किन से मैच करता हुआ बेस कोट लगाया जाता है फिर लगाने के बाद सिलर से सील कर दिया जाता है ताकि डिजाइन देर तक टिका रहे। ब्लैक और रेड कलर के लिए इस मेहंदी पर आप अपने ड्रेस के रंग व डिजाइन के मुताबिक रंग-बिरंगे स्टोन या कुंदन भी लगवा सकती हैं।ब्वॉयफ्रेंड पर था शक, सच्चाई जान रह गई सन्न
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