बेस्ट कैरियर बनता है दिलचस्पी और पैशन से
आमतौर पर माना जाता है कि जिसका एजुकेशनल बैक ग्राउंड जितना शानदार होगा, वह उतना ही बेहतर जॉब पा सकेगा। यहां एजुकेशन बैक ग्राउंड से मतलब मार्कस से है। इसलिए एग्जाम में कम मार्कस लाने वालों से कमतर ही अपेक्षा की जाती है, लेकिन यह मिथक अब टूट रहा है। ऎसे कई उदाहरण हैं, जिसे पढने या समझने के बाद आपको पता चलेगा कि लो मार्कस वालों ने हाई पोस्ट तक के सफर तय किए हैं।