अक्षय तृतीया: कैसे हो घर में बरकत ही बरकत...
अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन बिना कोई पंचांग देखे भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र आभूषणों की खरीददारी या घर, भूखंड, वाहन आदि की खरीददारी से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं।
अक्षय तृतीया के दिन ब्रहृा मुहूर्त में उठकर समुद्र या गंगा स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की शांत चित्त होकर विधि विधान से पूजा करने का प्रावधान है। नैवेद्य में जौ या गेहूं का सत्तू, ककडी का और चने की दाल अर्पित किया जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन इंसान जो भी शुभ काम करता है उसका पुण्य कभी समाप्त नहीं होता। उसी तरह इस दिन अगर जो व्यक्ति देवी लक्ष्मी खुश कर लेता है उसके घर में हमेशा देवी लक्ष्मी का वास बना रहता है। तो आइये जानते हैं कि अक्षय तृतीया दिन कैसे घर में लाये बरकत...