याददाश्त बढाने में फॉन्ट स्टाइल के 4 लाभ
अलग-अलग होने चाहिए फॉन्ट-: भाषाविदों एवं मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि विषयों के आधार पर फॉन्ट भी अलग-अलग होने चाहिए, क्योंकि यह सीखने की क्षमता के लिए काफी मायने रखते हैं। सभी विषयों जैसे विज्ञान, इतिहास, हिन्दी आदि की भाषा के फॉन्ट में एकरूपता है,जो व्यक्ति को बोझिल एवं उबाऊ सी लगती है।