क्यों जरूरी है शादी, फायदे और नुकसान विवाह जिम्मेदार बनाता है
वाकई शादी के बाद बच्चो जिम्मेदार हो जाते हैं क्योंकि एक लडकी अपना घर-बार, माता-पिता, सभी को छोडकर उस नए घर में अपने पति के भरोसे आती है, तो ऎसे मे लडके की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी पत्नि को खुश रखें और उसकी हर सुख-सुविधा का ख्याल रखें। वैसे भी भारतीय संस्कारों में लडकी को हमेशा यही सिखाया जाता है कि शादी के बाद उसके सिर पर अपने मायके और ससुराल दोनों की इज्जत को बरकरार रखने की जिम्मेदारी होती है ताकि कोई उसके मां-बाप की परवरिश पर सवाल ना उठा सके।
शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए : लंदलन यूनिवसिँटी के मनोचिकित्सक डॉ. ग्लेन विल्सन का कहना है कि प्यार का एक क्षेत्र ऎसा जरूर है जिसमें जैवरासायनिक कारक और विपरीत सेक्स वाले प्राणियों के बीच का स्वाभाविक आकर्षण मायने रखता है। पुरूष हो या स्त्री हर किसी में सेक्सुअल डिजायर होती है और उसे पूरा करने केलिए शादी करना जरूरी है क्योंकि हमारे समाज औ देश में अभी तक शादी से पहले शारीरिक संबंधों को अच्छा नहीं माना जाता है और खुले तौर पर उन्हे स्वीकार नहीं किया गया है। इसलिए अपनी सेक्सुअल डिजायर को पूरा करने के लिए शादी करना जरूरी है।