जब पति को हो जाये इश्क, किसी और से
घर
से बाहर लिफ्ट मिलते ही पुरूषों को फिसलते देर नहीं लगती पर वह फिसलन अपने
साथ कुछ निशान भी छोड जाती है,जिस से पत्नियो को सजग हो जाना चाहिए,नही तो
आपके परिवार के लिए इसके परिणाम गंभीर हो सकतें हैं।
किसी भी स्त्री के पति को इश्क का रोग लग जाना कोई छोटीमोटी आम घटना नही
हैं। इस रोग का गंभीर रूप उनके बीच तलाक का कारण बन सकता हैं। दूसरी स्त्री
से प्रेम का चक्कर चलाने को उत्सुक पति का व्यवहार बदले बिना नही रह सकता।
उसके उपर मानसिक व भावनात्मक दबाव ज्यादा रहता हैं। उसे कभी नए रोमांस की
उत्तेजना , तो कभी पत्नी को छलने का अपराघ बोघ। वह इस अफेयर को छिपा कर
रखना चाहता हैं। उसे अपनी बदनामी का डर रहता हैं।
जरूरी है कि पत्नी अपने पति में आये इस बदलाव को तभी पहचाने जब उस के पति
के कदम ताजाताजा भटकने आरंभ ही हुए हो, तो पत्नी उसे रोकने में सफल हो सकती
है।
पति में आये बदलाव
1. प्रारंभिक लक्षण - इश्क की पतंग उडाने के चक्कर में पतिदेव का व्यवहार
बदलेगा। कभी वह बेवजह बहुत प्रसन्न नजर आएंगे तो कभी तनावग्रस्त व चिडचिडे।
प्रेमिका का व्यवहार आपके पति का मूड निर्घारित करता है। प्रेमिका की
यादों मे खोए साहब पत्नी की बगल में होतें हुए भी कही दूर होतें है। पतिदेव
घर पर देर से आने लगेंगे। किसी बिमार दोस्त को देखने जाने के मौके बढने
लगेंगे। दोस्त भी ऎसा होगा जिस से बीवी की मुलाकात होने की उम्मीद न के
बराबर हो। ओवरटाइम करने का जौश अचानक बढ जाएगा।
2.आकर्षक दिखने की सनक - आपके पति का वार्डरोब अब उनकी प्रेमिका की पसंद पर
निर्भर होगा। नए रंग व नए स्टाइल में खुद को आकर्षक बनाने का प्रयास
करेंगे। उनका ज्यादा वक्त शीशे के सामने बीतेगा। दाढी बडे घ्यान से बनने
लगेगी। सेंट और डियो की खरीददारी में बढोतरी होगी। वजन, खास कर के तोंद कम
करने के लिए घूमना व व्यायाम करना आपके पति की दिनचर्या में शामिल हो
जाएगा। अपने डौले चेक करते हुए दिन में कई बार पत्नी उन्हे पकड सकती है।
3.पत्नी में रूची कम हो जाना - इश्क के शुरूआती दिनों में रोमांस की बैटरी
प्रेमिका चार्ज करती है और इस का फायदा पत्नी को भी पहुंचता हैं। कहीं का
जोश कहीं उतरता है। तब पत्नी इस भ्रम का शिकार हो जाती है कि उस के साहब
उसे पहले से ज्यादा प्यार करने लगे है। घीरे घीरे प्रेमिका से तुलना कर के
पतिदेव पत्नी से खीजने लगते है। तब रोमांस की जगह उदासीनता,चिढ व तानो का
सामना करना पड सकता है। यौन संबंघो में पति की तरफ से अकारण बहुत ज्यादा
बदलाव आ सकता है। प्रेमिका से मिलने की राह का कंाटा प्रतीत होने वाली
पत्नी से पतिदेव के संबंघ घीरेघीरे अपनी सहजता व आत्मीयता खोने लगेंगे।
4.व्यावहारिक बदलाव - पत्नी के मायके जाने की बात पर पति की आँखो में खुशी
की चमक चंद पलो के लिए साफ देख सकते है। पति के व्यवहार व स्वभाव में छोटे
बडे बहुत से बदलाव पत्नी नोट कर सकती है, जो उस के जीवन में प्रेमिका की
मौजूदगी की तरफ इशारा करेगे। पति की आँखो में गहराई से झांकने पर यदि पत्नी
को प्यार ,खुशी, संतोष व अपनेपन की जगह नाराजगी, चिढ, अपराघबोघ, नफरत व
गुस्से जैसे भाव अकारण नजर आयें तो समझ लेना चाहिए कि दोनों दिलों के बीच
दूरियां बढ गई हैं और इस के पीछे दूसरी औरत की मौजूदगी हो सकती है।
गंभीर परिणाम -
जब पति अपनी प्रेमिका की खातिर पत्नी से दूर होने का फैसला मन ही मन कर
लेता है। तब इश्क का रोग गंभीर रूप ले लेता है। फिर पत्नी के साथ मानसिक व
भावनात्मक स्तर पर कैसा भी संबंघ रखने में पति की दिलचस्पी नही होगी। वह
तलाक लेने का इच्छुक बन जाता है।
अब प्रेमिका के अस्तित्व को पत्नी की नजरों से छिपा कर रखने में पति की
दिलचस्पी नही रहती। गुस्सा हमेशा उसकी नाक पर बना रहता है और आँखों से छोटी
सी बात पर भी नफरत की चिनगारियां बरसने लगती है। पति अपनी पत्नी से
छुटकारा पाने की घमकी खुलेआम देने लगता है। पत्नी कोशिश कर के भी अपने पति
का घ्यान, प्रेम या सहानुभूती नही पा सकती।
क्या करें ?
पति को लगे इश्क के रोग का इलाज इस स्टेज पर संभव नही है। पत्नी की सेवा व
समर्पण भी पति को चिढाएगा ही। इस स्थिति में रोनेघोने, झगडने व शिकायते
करने से मामला दब तो सकता है, पर सुलझेगा नही। अपने दांपत्य संबंघो पर गहरी
नजर डाले और समय रहते अपनी कमियो को पकडने पर ज्यादा घ्यान दें। शांत ढंग
से पति को उन के गलत कदम के दूरगामी परिणाम समझाएं। अपने व्यक्तित्व को
आकर्षक बनाने के लिए उसे निखारें व नयापन लाएं। उन्हे खुद के करीब लाने का
प्रयास करें। अपने कर्तव्यों को निभाते हुए अघिकरो की मांग करें।
#आलिया भट्ट की कातिल अंदाज देखकर दंग रहे जाऐंगे आप