क्या है घर की डी-क्लटरिंग

क्या है घर की डी-क्लटरिंग

भावनात्मक जुडाव : कुछ चीजें हमारे पास ऎसी होती हैं, जिनसे हमारा भावनात्मक जुडाव होता है जैसे शादी का जोडा, प्यारी सहेलियों के कार्ड्स, बचपन के फोटो एलबम आदि। इन्हें कबाड कतई नहीं माना जा सकता क्योंकि इन चीजों का स्पर्श भी हमें नई उमंग से भर देता है। अत: इनके ऊपर कोई नियम नहीं, इन्हें सहेजना एक तरह से जीवन सहेजना है। यदि आपको अनावश्यक सामान खरीदने की आदत है तो उसे बदलें। हमेशा ध्यान रखें कि आपका महत्व आपके सामान से नहीं, बल्कि आपके स्वभाव, आपके कार्यो से है। अनावश्यक भंडारण से जीवन पेचीदा हो जाता है। जिस वक्त किसी चीज को दान करने का विचार आए, उसी समय यह नेक काम कर डालें, क्योंकि वक्त गुजरने के साथ आपका मन भी पलट सकता है। तो, "डी-क्लटरिंग" की आदत अपनाएं और देखें कि आपका जीवन कितना सुलझा हुआ और आसान लगता है।