जानिये:मेल फ्रेंडशिप का क्या है राज
पुरूष जैसे है वैसे ही रहेंगे
पुरुष जैसे होते हैं , वैसा ही खुद को एक्सेप्ट कर लेते हैं कि हां हम ऐसे हैं और ऐसे ही बने रहेंगे।
पुरूष जैसे है वैसे ही रहेंगे
पुरुष जैसे होते हैं , वैसा ही खुद को एक्सेप्ट कर लेते हैं कि हां हम ऐसे हैं और ऐसे ही बने रहेंगे।