बच्चे को डॉग बाइट से बचाने के तरीके, नहीं फैलेगा इन्फेक्शन
डॉग बाइट यानी कुत्ते के काटने से बहुत जल्दी इन्फेक्शन फैल सकता है। जब कुत्ता किसी को काटता है, तो उसके मुंह में मौजूद बैक्टीरिया घाव में चले जाते हैं और इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। इससे घाव में सूजन, दर्द और लाली आ सकती है। इन्फेक्शन के लक्षणों में घाव से पीला या हरा तरल पदार्थ निकलना, बुखार आना और घाव के आसपास की त्वचा का गर्म होना शामिल हैं। अगर समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो इन्फेक्शन गंभीर हो सकता है और जानलेवा भी हो सकता है।
तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना
डॉग बाइट के बाद सबसे पहले और सबसे जरूरी कदम है तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना। चिकित्सक घाव की जांच करेंगे और उचित इलाज की सलाह देंगे। वे घाव को साफ करेंगे और एंटीबायोटिक्स देंगे जो इन्फेक्शन को रोकने में मदद करेंगे। इसके अलावा, चिकित्सक रेबीज के टीके की भी सलाह दे सकते हैं।
घाव को साफ रखना
डॉग बाइट के बाद घाव को साफ रखना बहुत जरूरी है। आप घाव को साबुन और पानी से धो सकते हैं और इसे साफ कपड़े से ढक सकते हैं। इससे घाव में इन्फेक्शन फैलने के खतरे को कम किया जा सकता है। घाव को बार-बार साफ करने से भी इन्फेक्शन के खतरे को कम किया जा सकता है।
एंटीबायोटिक्स का उपयोग
चिकित्सक की सलाह पर एंटीबायोटिक्स का उपयोग करना बहुत जरूरी है। एंटीबायोटिक्स इन्फेक्शन को रोकने में मदद करते हैं और घाव को जल्दी ठीक करने में सहायक होते हैं। आप चिकित्सक की सलाह के अनुसार एंटीबायोटिक्स का पूरा कोर्स पूरा करें, भले ही आपको बेहतर महसूस होने लगे।
रेबीज के टीके लगवाना
डॉग बाइट के बाद रेबीज के टीके लगवाना बहुत जरूरी है, खासकर अगर कुत्ते का टीकाकरण नहीं हुआ है। रेबीज एक जानलेवा बीमारी है और इसके टीके लगवाने से आप इस बीमारी से बच सकते हैं। चिकित्सक आपको रेबीज के टीके की सलाह देंगे और इसके लिए एक शेड्यूल बनाएंगे।
बच्चे की निगरानी करना
डॉग बाइट के बाद बच्चे की निगरानी करना बहुत जरूरी है। आप बच्चे के घाव की जांच करते रहें और इन्फेक्शन के लक्षणों को पहचानने की कोशिश करें। अगर आपको लगता है कि घाव में इन्फेक्शन हो रहा है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। बच्चे की निगरानी करने से आप इन्फेक्शन के खतरे को कम कर सकते हैं।
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