घर में हो सूरज की मखमली किरणें का आगमन

घर में हो सूरज की मखमली किरणें का आगमन

सुबह सवेरे सूरज की मखमली किरणों के कमरे में आने पर खुशनुमा, ताजगी भरे वातावरण में नींद खुले, अपने सपनों के घर के बारे में कल्पना करते हुए हर किसी की इच्छा होती है कि खुला, हवादार, धूप वाला घर मिले। यह इच्छा छोटे शहरों में फिर भी पूरी हो जाती है, लेकिन वहीं महानगरों में जीवन का विस्तार जितना बडा होता है। रहने सहने का स्थान उतना ही सीमित होता है। बडेे शहरों में रहने की एक ही शर्त होती है। बडे शहरों में रहने की एक ही शर्त होती है कि कोइ् शर्त न रखो। यहां आवसीय समस्या इतनी गम्भीर है कि सिर छिपाने को एक छत मिल जाए। उतना ही काफी होता है ऎसे में धूप वाला घर मिले, यह जरूरी नहीं। लेकिन जिस घर में धूप न आती हो, वहां रहना भी आसान नहीं है। जहां दिन में भी अंधकार छाया हो, ऎसे घर में रह कर तो कोई भी व्यक्ति अवसादग्रस्त हो सकता है। पर अगर ऎसे घर में रहना ही पडे, तब क्या किया जाए आइए जानते हैं कु छ ऎसे प्रकार जिन्हेे अपना कर घर को प्रकाशयम बनाया जा सके।