नाजुक रात में रोमांटिक पलों को बनाएं और भी खूबसूरत अपनाएं ये टिप्स
शारीरिक सहवास कहीं अधिक प्रभावकारी और आकर्षक मानसिक सहवास होता है और मानसिक सहवास का सीधा संबंध आंखों से होता है, फिर मनसे होता है और पत्नी पति के पुरूषोचित सौंदर्य को निहारती हुई उसे अपने हमराज एवं हमदर्द मानने के लिए स्वयं को तैयार कर रही होती है, तो इसका आकर्षण बडा ही मोहक हो जाता है और जीवन भर बना रहता है जिसमें पति-पत्नी दुख-सुख दोनों में ही एक-दूसरे का साथ छोड नहीं पाते हैं। आप भी अपनी सुहागरात को ऎसी ही यादगार रात बनाइए और उस दिन शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक सहवास कीजिए।