
जानिये:दिलकश रेखा के अनजाने राज के बारे में
हिन्दी सिनेमा में रेखा को 1970 में फिल्म ‘सावन भादो’ में पहला ब्रेक मिला लेकिन संावले रंग की रेखा को हिनदी बोलने में सहज नहीं होने के कारण दर्शकों से और फिल्म बिरादरी से काफी आलोचनाओं का सामना करना पडा, पर उन्होंने कभी नहीं मानी और रेखा ने अपना जज्बा कायम रखा और हर परस्थिति का सामना करते हुए अपनी काया ही पलट कर दी। रेखा को उमराव जान फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया।






