अलविदा जानें, विनोद खन्ना के बारे में कुछ अनसुनी बातें
विनोद खन्ना बचपन में बहुत ही शर्मीले थे और जब वह स्कूल में पढते थे, तो उन्हें एक टीचर ने नाटक में अभिनय करने को कहा, इस प्ले में विनोद खन्ना को अभिनय करना अच्छा लगने लगा। लेकिन विनोद के पिता नहीं चाहते थे कि उनका बेटा ग्लैमर जगत में जाए, लेकिन आखिरकार विनोद की जिद के आगे उनके पिता उनकी बात मननी ही पडी और उन्होंने विनोद को साल का वक्त दिया। विनोद ने इन दो सालों में हिन्दी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब हो गये।