विश्व पुस्तक दिवस पर कुछ अनजानी बातें
23 अप्रैल को विश्व साहित्य के प्रतीक दिवस के रूप में जोरों-शोरों से मनाया जाता है। बचपन में किसी को कहते सुना था कि पढाई की कोई उम्र नहीं होती और वैसे भी किताबों से अच्छा दोस्त और कोई नहीं होता। किताबें इंसान के बचपन से स्कूल से आरंभ हुई पढाई जीवन के आखिर तक चलती है।