जानें:नंदा की कुछ अनसुनी बातों के बारे में
वहीं मनमोहन देसाई का निधन के बाद नंदा ने फिल्मों से लगभग अपना नाता ही खत्म कर लिया। नंदा की आखिरी फिल्म थी प्रेम रोग जिसमें उन्होंने मां का किरदार निभाया था। कहा जाता है कि नंदा जब भी बाहर जाती थी तो वो सफेद साडी में जाती थीं, क्योंकि वो मन ही मन मनमोहन देसाई को अपना पति मानती थीं। उनके निधन के बाद से नंदा काफी अकेली हो गयी थी और उन्होंने ज्यादा किसी से बात करना भी बंद कर दिया था। लोगों के सामने आने से वो कतराती थी। हिन्दी सिनेमा में उनकी खास दोस्ती में माला सिंहा और वहीदा रहमान ही थीं।