जानें: जावेद अख्तर की कुछ अनजानी बातों के बारे में...

जानें: जावेद अख्तर की कुछ अनजानी बातों के बारे में...

जावेद अख्तर 1964 में मुंबई पहुंचे। उनके पिता जां निसार अख्तर जाने-माने गीतकार और लेखक थे लेकिन जावेद अख्तर की उनसे पटरी नहीं बैठती थी। जावेद साबह ने हिन्दी सिनेमा में जगह बनाने के लिए अपने पिता से मदद नहीं मांगी। 1971 में सलीम खान के साथ मिलकर पहली फिल्म अंदाज लिखने तक जावेद अख्तर को काफी मेहनत करनी पडी इस दौरन वो पेडों के नीचे सोए और इमारतों के बरामदों में तक सोकर रात गुजारनी पडी थी। आखिरकार उन्हें कमाल अमरोही के स्टूडियो में सिर छिपाने की जगह मिली थी।

-> गोरापन पल भर में...अब आपके हाथों में