जानिये:मेहंदी डिजाइन की कुछ अनजानी बातों के बारे में
श्रृंगार सुहागन का श्रृंगार अधूरा माना जाता है। शादी के समय दुल्हन और शादी में शामिल होने वाली परिवार की सुहागिन महिलाएं अपने पैरों और होथों में मेहंदी रचाती है। ऐसा माना जाता है कि नववधू के हाथों में मेहंदी जितनी गाढी रचती है, उसका पति उसे उतना ही ज्यादा प्यार करता है। लेकिन हम यहां बात कर रहे हैं फैशन के इस बिंदास दौर में आजकल वैसे भी बहुत कुछ तेजी से बदलने के कारण मेहंदी के रंग भी अब बहुरंगे हो गए हैं। हिंदी में बनी फिल्में महबूब की मेहंदी, मेहंदी लगे हाथ, मेहंदी, चांदनी चौक आदि जैसी फिल्मों इस की महत्ता को और ज्यादा बढा देती हैं।