Monika as Helen के बारे में अनजानी बाते
हेलन को बॉलीवुड में आखिरी सहारे के रूप में सलीम खान दिखाई दिए, वहीं सलीम ने फिल्मों की पटकथा लिखने से पहले एक अभिनेता के रूप में अपनी किस्मत आजमाई थी। 1963 में बनी फिल्म काबलीखन में वे हेलन के साथ खलनायाक बने थे। कुछ वक्त तक दोनों सेट पर बातें करते और फिर धीरे-धीरे दोनों का मेलजोल बढने लगा। यही रिश्ता और दोस्ती 1981 में काम आया। सलीन ने शरण में आई हेलन को सहारा दिया। मार्गदर्शन किया। हेलन जानती थीं कि सलीम साहब पहले से ही शादीशुदा हैं और उनकी फैमिली उनके कारण बरबाद न हो, इसका उन्होंने पूरा ख्याल रखा। सलीम के परिवार के सदस्यों ने धीरे-धीरे हेलन को अपने घर का सदस्या मानकर अपना लिया। वहीं सलीम ने बाकायदा हेलन को दूसरी बीवी का दर्जा भी दिया। आज हेलन खान फैमिली की एक सम्मानीय सदस्य हैं और जो जिंदगी वह अरोरा के साथ नहीं जी सकी, उस सब की पूर्ति खान फैमिली हो गई।