पेट और पर्सनैलिटी का तालमेल

पेट और पर्सनैलिटी का तालमेल

हर इंसान का पेट अपनी खास बनावट से शरीर को अलग आकार देता है। मनुष्य की सुन्दरता व स्वास्थ्य को बनाए रखन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पेट के विभिन्न आकार-प्राकर से मनुष्य के व्यक्तित्व का खुलासा इस प्रकार किया जा सकता है। गोल पेट पेट यदि पेट गोलकार होकर आगे की ओर झुका हुआ हो तो ऎसा व्यक्ति सदैव अपने हित की सोचता है। वह जो भी कार्य करता है उसमें अपना लाभ अवश्य लेने का प्रयास करता है। ऎसा व्यक्ति बहुत ही सोच-समझकर धन खर्च करता है। फिजूलखर्ची कतई पसंद नहीं । इनके जीवन में धन प्राप्त एवं स्थिरता आने का योग विवाह के पश्यत ही बनता है।
अधिक मोटा पेट
यदि सिकी व्यक्ति की बॉडी सामान्य कद-काठी वाला है परन्तु पेट माटा यानी अधिक निकला हुआ है तो वह किसी भी क्षेत्र में श्रेष्ठ पद प्राप्त करता है। उसकी गिनती अमीर व्यक्तियों में होती है। वह सुख-सुविधाएं प्राप्त करके सुखी जीवन तो व्यतीत करता है। परन्तु किसी गम्भीर रोग से भी ग्रसित होता है। ऎसा व्यक्ति हद दरजे का आलसी होता है। इन्हें मीठा खाना बहुत पसंद होता है। अव्वल दजें का चाटुकार भी होता है ऎसा व्यक्ति।
ऊंचा पेट
जिन व्यक्तियों का पेट खूब ऊंचाई लिए हुए होता है वह भौतिक सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने की इच्छा रखता है। इनके जीवन में धन की कमी नहीं रहती, परन्तु ये अपने धन का उपयोग अच्छे कार्यो में नहीं करते। भोग विलास की प्रवृत्ति इनमें कुछ ज्यादा ही पाई जाती है। ऎसे पेट वाला व्यक्ति यदि पुरूष है तो उसे सुन्दर व सुशील पत्नी मिलती है। समय का उपयोग करना इन्हें बिलकुल नहीं आता, यानी वयर्थ के कामों में ये समय ज्यादा गंवाते हैं।
लकीरों वाला पेट
पेट यदि एक आडी लकीर से दो हिस्सों में बंटा हुआ हो तो ऎसा व्यक्ति शास्त्रों में पारंगत होने के साथ-साथ समाज में सम्मानित नजरों से देखा जाता है। दो आडी लकीरों से तीन हिस्सों में बंटे पेट वाला व्यक्ति ज्यादातर आलसी होता है और भोग विलास मे लिप्त रहता है। इसी प्रकार तीन आडी लकीरोंयुक्त पेट वाला व्यक्ति उच्च शिक्षा प्राप्त करता है। यदि चार आडी लकीरों हों तो वह कई पुत्रों वाला होता है और खुशहाल जीवन जीता है। बिना आडी लकीरों युक्त पेट हो तो ऎसा व्यक्ति राजसुख भोगता है।