प्रसव के दर्द से राहत पाने के टिप्स
मां बनना हर महिला का सपना होता है पर जाने-अनजाने वह प्रसव के दर्द को लेकर चिंतित रहती है जबकि आज विज्ञान इतनी तरक्की कर चुका है कि प्रसव से कतई नहीं घबराना चाहिए प्रसव की प्रथम अवस्था हल्के दर्द से प्रारंभ होती है। इस अवस्था में गर्भाशय धीरे-धीरे बढता है। करीब 10 सेंटीमीटर मुंह खुलता है। तभी शिशु को बाहर निकलने का मार्ग मिलता है। प्रथम प्रसव में करीब 12 से 16 घंटे और द्वितीय प्रसव में 8 से 12 घंटे लगते हैं। इस दौरान होन वाला दर्द गर्भाशय की मांसपेशियों में होन वाले संकुचन के कारण होता है।