10 टिप्स वास्तु से लाए घर में समृद्धि

10 टिप्स वास्तु से लाए घर में समृद्धि

अपने रिश्तों में चीनी बनी रहें तथा लाइफ में खुशनुमा एहसास बना रहें, यह तभी सम्भव है जब घर में सुखसमृद्धि हो, घर व्यावसायिक प्रतिष्ठान आदि का निर्माण वास्तु यदि सम्मत है, तो अच्छा है, विपरीत है तो विघA बाधाओं का सामना करना पड सकता है। घर में शान्ति, समृद्धि के साथ-साथ उत्साह, उमंग व उल्लास का माहौल बनाया जा सकता है। इसके लिए कुछ टिप्स इस प्रकार है।

प्रेवश द्वार के सामने किचन पाचन सम्बन्धी बीमारियों को जन्म दे देता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता कम करता है। यदि किचन का स्थान परिवर्तन सम्भव ना हो तो दरवाज पर चिक या परदा लगा दें।

घर का द्वार धरातल से नीचा ना हो।

जहां तक हो सके पूजाघर का द्वार लकडी का ही बनवायें लोहे या टिन का नहीं दरवाजे के चौखट के ऊपर, आगे या पीछे दोनों तरफ बीच में या चौखट की पूरी चौडाई में घडी या कैलेंडर ना लगाएं। यह वक्त के सूचक होते हैं। जिसका सम्बन्ध मानव की एज से रहता है। अत: यह शुभ नहीं है।

प्रवेश द्वार अत्यन्त सजा हुआ अथवा सुशोभित होना चाहिए इससे मान-सम्मान में वृद्धि होती हैं।

बेडरूम में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र कटा हो तो पति-पत्नी में किसी की हेल्थ खराब रहती है। ऎसे में यहां छोटा शीशा टांग दें। पति-पत्नी ऊर्जावान महसूस करेंगे।

रसोई में गुड रखना हमेशा सुख शान्ति का प्रतीक माना जाता है।

ऑफिस में आपकी कुर्सी के पीछे दीवार जरूर होनी चाहिए, ये आपको निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है।

मकान बनावते समय सबसे पहले बोरिंग, फिर चौकीदार का कमरा फिर बाहरी दीवार बनवायें, इससे काम समय पर पूरा होता है।

डबलबेड पर एक गद्दा डालें। सम्भव ना हो तो गद्दों के किनारे आपस में जोड दें। रसोई घर में पवित्रता व स्वच्छता मन्दिर के समान होनी चाहिए। मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है।

घर में रखी धार्मिक पुस्तकों, बच्चों की किताबों व व्यापार में उपयोग अपने वाले रजिस्टर इत्यादि पर शुभ चिन्ह अवश्य लगाएं। चिन्ह सही व सुन्दर अवस्था में ही लगे हों।