घर की डी-क्लटरिंग के बारे में...
सब हैं जिम्मेदार : घर में सभी को ‘डी-क्लटरिंग’ की आदत डालना चाहिए। जैसे पुराने अखबार, प्लास्टिक आदि जो कबाड वाले को बेचने हैं, वो जिम्मेदारी पतिदेव ले सकते हैं। पुराने कपडे, जो बाइयों को देने हों, वो सासू मां को सौंपें। आश्रम में दान करने की जिम्मेदारी ससुरजी ले सकते हैं।