फिर तो याद्दाश्त ठीक रहेगी

फिर तो याद्दाश्त ठीक रहेगी

रोजाना डायरी लिखने की आदत डालें। कई अध्ययनों में यह सिद्ध हो चुका है कि नियमित कुछ लिखने से मस्तिष्क का व्यायाम होता है।