रोमांस की ताजगी दांपत्य जीवन में खत्म ना हो
बार-बार रोमांस में केवल एक ही आसन ना अपनाएं। बदले हुए आसन में शारीरिक संबंध बनाया जाए, तो नवीनता और रोचकता के साथ-साथ रोमांच की अनुभूति भी होती है। आसन में नवीनता के साथ-साथ पति-पत्नी के चेहरे आमनेसामने रहने से वे एकदूसरे के हावभाव समझते रहते हैं। इससे उनमें उत्तेजना बढने लगती है।