हरी चाय के गुणकारी प्रभाव
कोचीन के डॉक्टर्स का माना है कि धूम्रपान छोडने के बाद हरी चाय का सेवन फेफडों को पहुंचे नुकसान से उबरने में मदद करता है और इससे फेफडों का कैंसर होने की आशंका भी कम हो जाती है1 उन्होंने बताया कि धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों की प्रतिरोधक क्षमता भी बेहद कम हो जाती है और उनमें विटामीन सी और ई, कैल्शियम, फ्लोट, ओमेगा 03 फैटी एसिड इत्यादि का भी अभाव हो जाने से कैंसर होने की अधिक आशंका रहती है। हरी चाय में मौजूद एंटी आक्सीडेंट शरीर के आक्सीडेंट-एंटी आक्सीडेंट संतुलन को बनाए रखने में कारगर रहते हैं1