तुम्हारी पलकों की छांव तेल जिंदगी की धूप भी नर्म लगती है...
सुबह सूर्याेदय के समय किसी पार्क में जाकर छोटे-छोटे पौधो पर पडी ओस की बूंदों से किसी स्वच्छ रूमाल को भिगो दें। ओस से भीगे इस रूमाल को धीरे-धीरे चेहरे पर मलें। चेहरा फेयर होकर गुलाब की तरह खिल उठेगा। सर्दियों में घर जाकर और गर्म कमरे में बैठकर इस ओस जल से भीगे रूमाल से चेहरे की धीरे-धीरे मालिश करें।