फिल्मी पर्दे का वास्तविक (सुल्तान) ताउम्र बेटे ने किया परेशान
जब 1971 से 1975 तक कोई फिल्म नहीं मिलने से
उनका करियर लडखडाने लगा तब बॉलीवुड अभिनेत्री साधना और आरके नय्यर ने
उन्हें गीता मेरा नाम फिल्म में काम करने की सलाह दी। लाख समझाने के बाद
उन्होंने पहली बार सुनील दत्त साहब ने खलनायक की भूमिका निभाई। उसके बाद से
उन्हें फिर से फिल्में मिलनी शुरू हो गईं।