सफल दांपत्य संबंध के सफल मंत्र
अपनी भावनाओं को व्यक्त करें- एक पत्नी ने बताया कि उसकी शादी में खालीपन और सूनेपन के अलावा कुछ नहीं है। इसके लिए उसने अपने पति को दोषी ठहराया क्योंकि कुछ वर्ष पहले उन की बेटी के निधन पर उसे अपने पति से पर्याप्त सांत्वना नहीं मिली थी। उस ने एक मैरिज काउंसलर को बताया, अक्सर जब मन उदास होेता है तो जी करता है कि वह मुझे अपने सीने से लगा लें। क्या आप ने यह बात अपने पति की बताई। काउंसलर ने पूछा नहीं मेरे कहे बगैर उसे खुद एहसास होना चाहिए। महिला ने जवाब दिया। बाद में काउंसलर ने यह बात उसके पति को बताई। पति तैयार था। उसे बस इतना बताने भ की जरूरत थी कि वह अपनी पत्नी की भावनाओं के प्रति संवेदनशील रहे। पत्नी के लिए भी आवश्यक था कि वह अपनी भावनाओं को व्यक्त करें।