कामक्रीडा में टीके रहने के उसूल
कामक्रीडा करते वक्त जोडे एक-दूसरे को भरपूर वक्त देना चाहते हैं और खुद भी गेम में लंबे वक्त तक टिके रहना चाहते हैं। यहां एक-दूसरे से जीतना मकसद नहीं होता है, बल्कि एक-दूसरे को बराबर आनंद का एहसास कराना यही दोनों पक्षो का मकसद होता है। यही कारण है कि इसे संभोग का नाम दिया गया है, जिसका शाब्दिक मतलब है समान रूप से भोग।