बच्चों में Reading problem के स्मार्ट solutions
बचपन से किताबों से रू-ब-रू करायें
बच्चों
में किताबों के प्रति रूचि तभी से उत्पन्न करें, जब वे समझने लायक हो
जाएं। काने का मतलब यह है कि 2-3 साल की उम्र से ही बच्चों को किताबों से
दोस्ती करायें। बच्चों की किताबों में दिलचस्पी जगाने का सबसे अच्छा उपाय
है कि पैरेंट्स उन्हें शुरू से सब पढकर सुनाएं, लेकिन ध्यान रखें कि पढें
जाने वाले इस मैटर में बच्चे के साथ पैंरेट्स की भी रूचि होनी चाहिए। ऐसा
ना होने पर वे अच्छे तरीके से बच्चों को समझा नहीं पाएंगे और नतीजतन बच्चे
उस बात से कटने लगेगें।