सुनहरे नियम सेक्सी जीवन के....

सुनहरे नियम सेक्सी जीवन के....

अपनी शादी को कभी अफेयर बनाने की कोशिश न करें। अफेयर छोटे, तीव्र और प्रेम की अपरिप` नमक होते हैं। प्रेम केवल स्थायी व परिपक्व संबंध में ही संभव है। सुपर वैवाहिक सेक्स इस बात पर निर्भर करता है कि पूरे वैवाहिक जीवन को सेक्सुअल बनाया जाए। सेक्स को अलग कर के उसे आवश्यक वैवाहिक जिम्मेदारी की श्रेणी में न रखा जाए। अपने जीवनसाथी से अलग किसी और व्यक्ति से सेक्स संबंध की खबरें खूब पढने व सुनने कोमिल जाती हैं। लेकिन यह पढने को बहुत की कम मिलाता है कि विवाहेतर सेक्स में वह आत्मीयता व संतुष्टि नहीं मिलती, जो विवाह के भीतर मिलती है। सुपर वैवाहिक सेक्स वैराइटी, ऎडवैंचर, रहस्य और विवाह को अफेयर बना कर विकसित नहीं होता, बल्कि यह सीखने से विकसित होता है कि सैक्सुअलिटी का रिलेशन स्थायीपन, आराम और भरपूर प्रेमपूर्ण सेक्स से है।