नये साल में साथी के लिए हो सिर्फ प्यार ही प्यार
विवाह बेहद जटिल संबंध है। रिसर्च में पाया गया है कि जो कपल्स निरंतर
संवाद में रहते हैं, रोजमर्रा के जीवन में एक-दूसरे के प्रति स्नेह भरे
स्पर्श को महत्व देते हैं, उनके संबंधों में अधिक प्यार, भरोसा, सुरक्षा और
भावनात्म्क जुडाव रहता है। कई दंपती तो यहां तक मानते हैं कि सफल शादी में
स्पर्श का महत्व सर्वाधिक है।
दरसअल , फिल्मों या किताबों में रोमांटिक
का चित्रण कुछ इस तरह किया जाता है, मानों जैसे दांपत्य का सूत्र आधार हो,
मगर सच्चाई में ऐसा नहीं है। विवाह अगर असफल होता है तो इसके कई वजह होती
है। जिनमें रोमांस भी एक वजह हो सकता है, कोई शादी टूटती है और न महज अच्छे
प्यारे संबंधों के बल पर कोई शादी सफल होती है। पति-पत्नी दोनों को स्पर्श
प्रिय होता है। नॉन सेक्सुअल स्पर्श के कुछ क्षण साथी के मन में प्यार व
स्नेह जगाते हैं और उसे गहरी अनुभूतियों से भर सकते हैं। रोमांस भी कहीं न
कहीं स्पर्श का ही एक्सटेंशन है। बिना स्पर्श के आलिंगन के बनाया गया
रोमांटिक रिलेशन कभी आत्मिक खुशी और संतुष्टि नहीं दे सकता।