रोमांस नहीं सिर्फ शारीरिक रिश्ता
गाइनोकोलौजिस्ट का कहना है- कि रोमांस सिर्फ शारीरिक क्रिया नहीं है, इस में मन का साथ भी जरूरी है। पतिपत्नी दोनों एकसाथ ही इसके लिए तैयार हो जाएं, यह जरूरी नहीं। ऎसा काफी लगाव होने पर ही होता है। कुछ लोग आर्टिफिशियल ल्यूब्रिकैंट लगाते हैं। इससे बचना चाहिए। इस मामले में गाइ�ोकोलौजिस्ट को मनोचिकित्सक की भूमिका भी निभानी पडती है। मैं ने तो इस तरह की स्थितियों वाले कई जोडों को समझाया कि बहुत से काम आप बेमन ेस करते हैं या फर्ज मान कर करते हैं, तो सेक्स को भी इसी तरह लीजिए। उस से भागिए मत।