रोमांस में शर्म कैसी

रोमांस में शर्म कैसी

न छिपाएं अपनी इच्छाएं यह सत्य है कि भारतीय समाज में महिलाओं की यौन इच्छा को महत्व नहीं दिया जाता है। वे रोमांस को आनंद या जरूरत मानने के बजाय उसे विवाह की अनिवार्यता व बच्चो पैदा करने का जरिया मान कर या तो एक दिनचर्या की तरह निभाती हैं या फिर संकोच के चलते पति से दूर भागती हैं। उन की रोमांस से जुडी शर्म की सब से बढी वजह यही है कि बचपन से उन्हें बताया जाता है कि रोमांस एक वर्जित विषय है, इस के बारे में उन्हें बात नहीं करनी चाहिए। ऎसे में शादी के बाद रोमांस के लिए पहल करने की बात तो कोई लडकी सोच भी नहीं पाती। इस की वजह वे सामाजिक स्थितियां भी हैं, जो लडकी की परवरिश के दौरान यह बताती हैं कि रोमांस उनके लिए नहीं वरन पुरूष के ऎजॉज करने की चीज है। जबकि संतुष्टिदायक रोमांस संबंध तभी बन सकते हैं, जब पतिपत्नी दोनों की इस में सक्रिय भागीदारी हो और वे बेहिचक अपनी बात एकदूसरे से कहें।