हर रिश्ते में रिस्पेक्ट जरूरी है
हमारा समाज विभिन्न रिश्तों की मधुर डोर से बंधा है। रिश्ते का अपना एक अलग और महत्वपूर्ण स्थान है। अलग-अलग अहमियत होते हुए भी हर रिश्ते में स्नेह, समर्पण और आदर-ये तीन तत्व जरूर होने चाहिए, क्योंकि ये विपरीत विचारधारा वाले लोगों को भी एक अटूट बन्धन में बांधने का सामर्थ रखते हैं। कुछ रिश्ते बेहद नाजुक और संवेदनशील होते हैं, इसलिए उन्हें बेहद सावधानी से संभालना भी पडता है। अगर रिश्तों में रिस्पेक्ट यानी उचित आदर की भावना हो, तो यह काम काफी आसान हो जाता है, क्योंकि एक-दूसरे के प्रति आदर की भावना ही रिश्ते की जडों को सींचकर उसे सबल, समर्थ और संवेदनशील रूप प्रदान करती है। यह याद रखना भी जरूरी है कि हर रिश्ते की एक मर्यादा और सीमा होती है और हर रिश्ते में थोडी स्वतंत्रता की पहचान हम तभी कर सकेंगे, जब रिश्तों के प्रति समुचित आदर भाव रखेंगे।