श्वास रोग से बचें के लिए ये टिप्स याद रखें
सांस लेना जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है जिसमें श्वसन तंत्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। श्वसन मार्ग को प्रभावित करने वाले रोग भी काफी आम हैं, विशेष रूप से ये नम, ठंडे और तेजी से बदलते हुए जलवायु में देखे जाते हैं। श्वसन मार्ग में नाक से फेफडों तक वायु नालिकाओं का सघन संजाल होता है जो अंत में फेफडों के छोटे वायु कोषों में समाप्त होता है। वायु नलिकाओं की शाखाओं का संजाल प्रवाह के लिए संवेदनशील होता है क्योंकि इसका विस्तृत सतही क्षेत्र निरंतर प्रदूषित हवा के संपर्क में आता रहता है जिसे हम सांस के साथ अंदर लेते हैं। एक स्वस्थ श्वसन प्रणाली के लिए आहार मूलभूत आवश्यकताओं में एक है। आहार लंबे समय तक बीमारी की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अत: सर्दी व खांसी, टॉन्सिलाइटिस, एडेनोइडाइटिस, रानाइटिस, साइनससाइटिस जैसे बार-बार होने वाले श्वसन विकार तथा सांस लेने में गंभीर कठिनाई से पीडित व्यक्तियों को एक विवेकपूर्ण संतुलित आहार का पालन अवश्य करना चाहिए। आहार एलर्जी का कारण नहीं होता है,परंतु उनके लक्षणों को बिगाड सकता है।