Relationship tips: कहीं आप ही तो नहीं है ब्रेडक्रंबिंग का शिकार, इस तरह करें पहचान

Relationship tips: कहीं आप ही तो नहीं है ब्रेडक्रंबिंग का शिकार, इस तरह करें पहचान

प्यार मोहब्बत पर न जाने अब तक कितनी कविताएं फ़िल्में और शायरियां कहानी बनाई गई है। वही अपनी निजी जिंदगी की बात करें तो लाइफ में कभी ना कभी दिल में किसी के लिए फिलिंग्स और प्यार तो आ ही जाता है। ऐसे में दोनों लोग एक दूसरे के साथ लाइफटाइम रहने का दावा करते हैं। वही आज के समय के रिलेशनशिप की बात करें तो इसके मायने बदल चुके हैं क्योंकि इसमें कई टर्म और जुड़ गए हैं लेकिन आज हम बात कर रहे हैं ब्रेडक्रंबिंग की। जो एक ऐसी कंडीशन है जिसमें लड़का या लड़की फस जाते हैं।

क्या है ब्रेडक्रंबिंग ?

यह एक ऐसी स्थिति है जब रिलेशनशिप में एक पार्टनर सिर्फ दिमाग से मौजूद होता है तो वहीं दूसरा इंसान दिल से जुड़ा होता है और एक लंबे समय के बाद यह समझ आता है कि जैसा हम समझ रहे थे वैसा कुछ नहीं था। इस तरह से दिल से जुड़ा हुआ पार्टनर काफी हर्ट होता है। इसके कोई और उदाहरण है जैसे कि एक तरफ पार्टनर आपके साथ इंवॉल्व तो होता है लेकिन थोड़ा बहुत अटेंशन देता है।

मिस्ड सिग्नल

ब्रेडक्रंबिंग कल एक ऐसा संदेश है जिसमें हम अपने पार्टनर को पूरी तरह से नहीं समझ पाते हैं उसके हाव-भाव और इशारे कुछ ऐसे हो जाते हैं, जिसे समझना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हमारे मन में सिर्फ यह आता है कि हम इस बारे में उनसे खुलकर बात करें। अगर आप भी अपने पार्टनर की इस चीज को लेकर कन्फ्यूज है तो उनसे खुलकर बात कीजिए।

बात करने का समय

अगर आप एक ऐसे रिलेशनशिप में है जिसमें आपका पार्टनर अपने समय के हिसाब से आपसे बात करता है कॉल या मैसेज करता है। इसके अलावा अगर वह अपने मन से आपकी बातों का रिप्लाई करता है तो ऐसे में समझ लीजिए की आप ब्रेडक्रंबिंग के शिकार हैं।

इग्नोर करना

ब्रेडक्रंबिंग में फंसा हुआ इंसान लड़का हो या लड़की वह अपने आप को एक ऑप्शन की तरह देखने लगता है। कई बार ऐसा भी होता है कि पार्टनर खुलकर कमिटमेंट नहीं करते हैं। इस तरह से समझ जाएंगे कि आप भी अपना समय और इमोशन गलत इंसान पर इन्वेस्ट कर रहे हैं।

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