रिजेक्शन का डर
बेशक, चाहे लडका हो या लडकी रिजेक्शन किसी को भी बर्दाश्त नहीं होता लेकिन इस मामले में लडकियाँ, लडको के मुकाबले बहुत भावुक होती हैं वो किसी भी रिवेंज को एक्सेप्ट नहीं कर पाती। यह रिजेक्शन ही रिवेंज में बदल जाता है। अब लडकी अपने बॉयफै्रन्ड की पीटाई करके या मारपिट के सहारे तो उसे डाउन फिल नहीं करा सकती ऎसे में वो रिवेंज सर्जरी का सहारा लेकर अपने एक्स को जेलस फिल कराती हैं और इसमें कोई भी बुरा भी नहीं इसलिए महानगरों की युवतियाँ इस की ओर आकर्षित हो रही हैं।