चाहिए मुक्ति का सर्टिफ़िकेट..तो लगाएं यहां डुबकी
हिन्दू धर्म में प्रचलित दंतकथाओं के अनुसार यहां गौतम ऋषि ने एक जानवर की हत्या के बाद दोषमुक्ति के लिए डुबकी लगाई थी। इस मंदिर के महंत कन्हैया लाल शर्मा कहते हैं कि इस मंदिर में खेतिहर-किसान अधिक संख्या में आते हैं क्योंकि वे मानते हैं कि खेती-किसानी में वे जाने-अनजाने कई जानवरों के घोंसले, बिल व अंडों को तबाह कर देते हैं। इस अपराधबोध के निवारण के लिए वे यहां दर्शन-स्नान करने आते हैं।