गर्भावस्था में आफिस कब तक जाएं

गर्भावस्था में आफिस कब तक जाएं

गर्भवती महिला कर्मचारी के लिए विशेष प्रावधान कार्यस्थल सुरक्षा करनी चाहिए। साथ ही गर्भावस्था के दौरान ऑफिस के नियम व स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मैटरनिटी लीव व खानपान, ड्रेस का ध्यान रखें। गर्भावस्था के दौर से गुजरते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना बहूत जरूरी होता है। छोटी सी लापरवाही का परिणाम भी घातक हो सकता है। गर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में उल्टी, उबकाई, भूख कम लगना, शरीर में कमजोरी रहना आदि लक्षण उभरते हैं। उस के बाद हर माह डाक्टर से चेकअप भी कराना होता है। कभी छुट्टी भी लेनी पड जाती है। इसलिए गर्भावस्था में ऑफिस जाने पर इन बातों का ध्यान रखें। आप अपने ऑफिस या कंपनी के मैनेजमेंट को अपनी गर्भावस्था के बारे में पहले से बता दें ताकि जब भी आप समस-समय पर डाक्टर के पास चेकअप के लिए जाएंगी, आधे दिन या पूरे दिन की छुट्टी लेने में आप को परेशानी नहीं होगी। डाक्टर के अनुसार आफिस में 8-10 घंटे कुर्सी पर बैठकर काम करना होता है, ऎसे में पांव लटकते रहने से पैरों में सूजन का आना एक आम बात है। इस सूजन से बचने के लिए पैरों को सपोर्ट देना अच्छा रहता है। इसके लिए एक स्टूल या चौकी पैरों के नीचे रखवा लें। साथ ही अधिक से अधिक समय पैरों को सीधे पोजिशन में रखें। टायलेट इस्तेमाल करने से पूर्व उसे फ्लश कर लें, बाद मे तो फ्लश करना ही होता है, पर सफाई के लिए पहले फ्लश करना जरूरी है। डाक्टर कहते हैं कि गर्भावस्था में शरीर अधिक संवेदनशील होता है। अत: यू.टी.आई. (यूरिनरी ट्रेक इन्फेक्शन) संभावना बढ़ जाती है। वैसे भी ऎसी अवस्था में पेशाब के लिए बारबार जाना पडता है। अत: टायलेट की सफाई पर ध्यान रखें।