इस तरह करें भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति, जीवन के संघर्ष से मिलती है मुक्ति

इस तरह करें भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति, जीवन के संघर्ष से मिलती है मुक्ति

वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण देव उत्सव कृष्ण जन्माष्टमी देश भर हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। कहा जाता है इस दिन भगवान कृष्ण स्तुति करने से कृष्ण जल्दी प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। जन्माष्टमी के दिन किए गए उपाय जरूर सफल होते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कृष्ण जन्माष्टमी के दिन किया जाए तो बेहतर परिणाम मिलते हैं और आपके जीवन में शुभता का संचार होता है।

जीवन में अस्थिरता एवं संघर्ष को दूर करने के लिए
जन्माष्टमी के दिन प्रात: श्री कृष्ण मंदिर में जाकर भगवान के गले में तुलसी के पत्तों की माला या जाप करने वाली तुलसी की माला डाल कर वहीं पर तुलसी की माला से ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय’ की 5 या 11 माला का जाप करने से जीवन में अस्थिरता एवं संघर्ष की स्थिति समाप्त होने लगती है।

ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई, साबुतदाने अथवा चावल की खीर यथाशक्ति मेवे डालकर बनाकर उसका भोग लगाएं उसमें चीनी की जगह मिश्री डाले, एवं तुलसी के पत्ते भी अवश्य डालें। इससे भगवान द्वारकाधीश की कृपा से ऐश्वर्य प्राप्ति के योग बनते है।

धन वृद्धि के लिए
जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को पान का पत्ता भेंट करें और उसके बाद इस पत्ते पर रोली (कुमकुम) से श्री यंत्र लिखकर तिजोरी में रख लें। इस उपाय से धन वृद्धि के योग बन सकते हैं। भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं। इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डालें। इससे भगवान श्रीकृष्ण जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।

सर्व कार्य सिद्धि के लिए
जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण जी के मंदिर में जटा वाला नारियल और कम से कम 11 बादाम चढ़ाएं । ऐसी मान्यता है कि जो जातक जन्माष्टमी से शुरूआत करके कृष्ण मंदिर में लगातार सत्ताइस दिन तक जटा वाला नारियल और बादाम चढ़ाता है उसके सभी कार्य सिद्ध होते है, उसको जीवन में किसी भी चीज़ का आभाव नहीं रहता है।

माता लक्ष्मी और कृष्ण दोनों को करें प्रसन्न
भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबरधारी भी कहते हैं, जिसका अर्थ है पीले रंग के कपड़े पहनने वाला। जन्माष्टमी पर पीले रंग के कपड़े, पीले फल व पीला अनाज दान करने से भगवान श्रीकृष्ण व माता लक्ष्मी दोनों प्रसन्न होते हैं। जन्माष्टमी की रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें तो जीवन में सुख-समृद्धि आने के योग बन जाते हैं। जन्माष्टमी को शाम के समय तुलसी को गाय के घी का दीपक लगाएं और ऊं वासुदेवाय नम: मंत्र बोलते हुए तुलसी की 11 परिक्रमा करें।

मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए
जन्माष्टमी के दिन प्रात: दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें। इसके बाद यह उपाय हर शुक्रवार को करें। इस उपाय को करने वाले जातक से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं। इस उपाय को करने से समस्त मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। जन्माष्टमी की रात को 12 बजे जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था उस समय भगवान श्री कृष्ण का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करने से भगवान द्वारकाधीश की कृपा से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।


व्यापार, नौकरी में तरक्की के लिए
कई बार काफी कोशिशों के बाद व्यापार, नौकरी में मनवाँछित सफलता नहीं मिल पाती है इसलिए जन्माष्टमी के दिन अपने घर में सात कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें खीर या सफेद मिठाई खिलाकर कोई भी उपहार दें। ऐसा उसके बाद पांच शुक्रवार तक लगातार करें। इसे करने से माँ लक्ष्मी की कृपा से व्यापार, कारोबार में मनवाँछित सफलता मिलती है। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को पान का पत्ता अर्पित करें फिर उसके बाद उस पत्ते पर रोली से श्री मंत्र लिखकर उसे अपनी तिजोरी में रख लें। इस उपाय से लगातार धन का आगमन होता रहता है।

सुख-समृद्धि के लिए
सुख-समृद्धि पाने के लिए जन्माष्टमी पर पीले चंदन या केसर में गुलाब जल मिलाकर माथे पर टीका अथवा बिंदी लगाएं। ऐसा रोज करें। इस उपाय से मन को शांति प्राप्त होगी और जीवन में सुख-समृद्धि आने के योग बनेंगे। लक्ष्मी कृपा पाने के लिए जन्माष्टमी पर कहीं केले के पौधे लगा दें। बाद में उनकी नियमित देखभाल करते रहे। जब पौधे फल देने लगे तो इसका दान करें, स्वयं न खाएं।

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