एजुकेशन के क्षेत्र में युवाओं को बढता चलन
एजुकेशन के क्षेत्र में अब नौकरियां तेजी से बढ रही है। येइंडस्ट्री भी अब सभी को प्रभावित कर रही है। एजुकेशन में करियर बनाने के लिए दुनिया भर में नए-नए इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटीज खुल रही है। हाल में सरकार ने भी देश की शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए कई कदम उठाएं हैं। अब देश को नॉलेज इकोनॉमी में हब बनाने की तैयारी है।
आवश्यक योग्यता हो
शिक्षा के क्षेत्र में खासकर टीचर बनने के लिए नर्सरी और टीटीसी कोर्स करना जरूरी है। इसमें प्रवेश के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 पास होना अवश्यक है। बीएड के लिए ग्रेजुएशन तथा नेट या डॉक्टरेट डिग्री के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से पीजी होना अनिवार्य है।
अपॉच्र्युनिटी भी खूब हैं
एजुकेशन सेक्टर लोगों की बुनियादी जरूरत से जुडा होताहै। इसलिए इस सेक्टर में फ्यूचर काफी बेहतर है। भारत सरकार के अलावा इंटरनेशनल संस्था, नॉन गवर्नमेंट ऑर्गनाइजेशन एजुकेशन सेक्टर कीस्थिति को दुरूरत करने के लिए कई तरह के प्रयास कर रहे हैं। यहां आप टीचर, लेक्चरर, करियर काउंसलर, एडमिनिस्ट्रेटर, एडवाइजर, साइकोलॉलिजस्ट, लाइब्रेरियन आदि के रूप में काम कर सकते है। इन दिनों स्किल्ड टीचर्स की डिमांड भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशी में भी खूब है। खासकर ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, गल्फ कंट्रीज आदि में साइंस सब्जेक्ट के अलावा, इंगि्लश और मैथ के टे्रंड टीचर्स की अच्छी डिमांड रहती है।
बढते कदम
पिछले कुछ सालों में सरकार ने देश में सेंट्रल यूनिवर्सिट, आईआईएम, आईआईटी, और कॉलेज मेंबढोतरी की है।इसके अलावा भी सरकार की कई टे्रनिंग व रिसर्च सेंटर खोलने की योजना है। इससे टीचिंग प्रोफेशन में लगातार अपॉच्युनिटीज बढेंगी।