Parenting Tips: माता-पिता बिल्कुल ना करें बच्चों की जासूसी, परेशान हो जाते हैं बच्चे

Parenting Tips: माता-पिता बिल्कुल ना करें बच्चों की जासूसी, परेशान हो जाते हैं बच्चे

अधिकतर ऐसे माता-पिता होते हैं जो अपने बच्चों की देखरेख करते हैं उनकी केयर करते-करते जासूसी तक करने लग जाते हैं। कई ऐसे भी पेरेंट्स होते हैं जो बच्चों के साथ रोका-टोकी करते हैं। इस तरह से बच्चे अनकंफरटेबल महसूस करते हैं और वह सही तरीके से पैरेंट से पेश नहीं आते। माता-पिता को यह नहीं करना चाहिए। आपको अपने बच्चों पर विश्वास दिखाना चाहिए। अगर आप बच्चे की जासूसी कर रहे हैं, तो इस तरह से आप अपना भरोसा खो देते हैं और रिश्ते में दरार आ जाती है। पेरेंट्स को हमेशा अपने बच्चों की प्राइवेसी पर ध्यान रखना चाहिए और उन्हें समझना चाहिए।

बातें छुपाते हैं बच्चे
जब बच्चों को यह पता चलता है कि उनके माता-पिता उन्हें मॉनिटर कर रहे हैं, तो वह कई चीजों को छुपाने लग जाते हैं पैरेंट से झूठ बोलने लग जाते हैं। ऐसे में वह अपनी चीजों को छुपाने के नए-नए तरीके ढूंढते हैं। पेरेंट्स की इस आदत की वजह से उनके मन में खटास आ जाती है और वह दूरी बना लेते हैं।

भरोसा नहीं करते बच्चे

बच्चों को जिम्मेदार व्यक्ति बनाने के लिए उन्हें अपने डिसीजन खुद लेने के लिए थोड़ी बहुत आजादी देनी चाहिए। अगर पेरेंट्स उन्हें लगातार मॉनिटर करते रहेंगे, तो वह अपने सोचने समझने की शक्ति खो देते हैं। अपने भविष्य में आने वाली दिक्कतों को सुलझाने में असमर्थ हो जाते हैं।

एंजायटी और स्ट्रेस

पेरेंट्स कई बार बच्चों पर ज्यादा रोकटोक करते हैं उनकी जासूसी करते हैं, तो बच्चे स्ट्रेस महसूस करते हैं एंजाइटी के मरीज बन जाते हैं। माता-पिता के मॉनिटरिंग करने की वजह से बच्चे अपने आप पर दबाव महसूस करने लगते हैं और तनाव बढ़ जाता है।

सोशल लाइफ पर खतरा

कई पेरेंट्स ऐसे होते हैं जो बच्चों को लगातार मॉनिटर करते हैं। इस तरह से उनकी सोशल स्किल्स डेवलप नहीं हो पाती है। लगातार मॉनिटर करने की वजह से वह पेरेंट्स पर ही डिपेंड हो जाते हैं। माता-पिता के जासूसी करने से बच्चे पर बुरा असर पड़ता है।

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