जब साथी हो ओवर पजेसिव

जब साथी हो ओवर पजेसिव

मुठ्ठी में कैद रखना
ऎसे लोग अपने साथी को पूरी तरह अपनी मुठ्ठी में कैद करने की कोशिश करते हैं। ये पार्टनर को बेवजह कहीं आने-जाने नहीं देते। उसकी पर्सनल-प्रोफेशनल लाइफ से जुडी हर छोटी-बडी बात में दखलअंदाजी करते हैं।किस कलीग से बात करनी है, किससे नहीं! किस रिश्तेदार के घर जाना है और किस के नहीं आदि बातों को तय करते हैं। वो पूरी तरह से पार्टनर से आजादी छीन लेते हैं।